उत्तरकाशी में बादल फटने से भारी तबाही: सैलाब में बह गए घर, गाड़ियां, और ज़िंदगियां

Inder Raj
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कुदरत का कहर: उत्तरकाशी में बादल फटने से तबाही

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की खबर ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। इस प्राकृतिक आपदा ने देखते ही देखते बर्बादी की एक डरावनी तस्वीर पेश कर दी।

तेज बारिश और अचानक आए सैलाब ने दर्जनों घरों को अपनी चपेट में ले लिया, गाड़ियां बह गईं और कई लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।

फिलहाल मौत का आंकड़ा 5 से अधिक बताया जा रहा है, लेकिन लापता लोगों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं है।

Clouds in Uttarkashi caused huge destruction, houses and lives swept away

हर तरफ तबाही का मंजर

घरों के मलबे, सड़कों पर बहती गाड़ियां, उखड़े हुए पेड़ और उफनता हुआ पानी... ये दृश्य केदारनाथ त्रासदी की याद दिलाते हैं

जो भी इस सैलाब की जद में आया, वो बहता चला गया। कई मजदूरों और किनारे रहने वाले परिवारों के घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं।


रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी एजेंसियां

घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से जारी है।

लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और लापता लोगों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चल रहा है।


सीएम और केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को लेकर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा:

"बादल फटने की सूचना मिली है। जवान लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। लोगों की जान बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है।"

वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री से बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने आईटीबीपी और एनडीआरएफ को मौके पर भेजने के निर्देश दिए।


प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख

पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी में हुई इस भयावह घटना पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि:

"प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जाएगी और केंद्र सरकार राज्य के साथ पूरी तरह से खड़ी है।"


प्राकृतिक सुंदरता में छुपी विनाश की तस्वीर

उत्तराखंड की हसीन वादियों में ऐसा मंज़र किसी ने नहीं देखा था।

पहाड़ों से बहता यह सैलाब जब नीचे की ओर आया तो अपने साथ तबाही की लहरें लेकर आया।

जो कुछ सामने आया, उसने नष्ट कर दिया। खेत, घर, दुकानें और इंसानी जीवन – सब कुछ बर्बाद होता चला गया।


अब तक क्या पता चला?

  • ✅ घटना उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में हुई
  • ✅ अब तक 5 से अधिक मौतें
  • ✅ दर्जनों घर और गाड़ियां तबाह
  • ✅ मजदूरों को सबसे ज्यादा नुकसान
  • ✅ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टीमें सक्रिय

📌 FAQs

1. उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना कब हुई?

👉 यह घटना 4 अगस्त की रात को उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में हुई।

2. कितने लोगों की मौत की पुष्टि हुई है?

👉 फिलहाल 5 से अधिक लोगों की मौत की खबर है, लेकिन आंकड़ा बढ़ सकता है।

3. कौन-कौन सी टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हैं?

👉 एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना के जवान राहत कार्य में लगे हुए हैं।

4. सबसे ज्यादा नुकसान किसे हुआ है?

👉 मजदूरों और नदी किनारे रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।

5. सरकार की क्या प्रतिक्रिया रही?

👉 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति पर संज्ञान लिया है, वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी दुख जताया है।

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